Hyderabad: हैदराबाद में शराब मिलाकर आइसक्रीम बेचने वाला गिरोह पकड़ा गया, 2 लोग गिरफ्तार
Hyderabad: तेलंगाना के हैदराबाद में शुक्रवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ जो आइसक्रीम में व्हिस्की मिलाकर बेच रहा था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस मामले की जानकारी मिलने के बाद, अधिकारियों ने आइसक्रीम फैक्ट्री पर छापा मारा।
दो लोग गिरफ्तार
एक अधिकारी ने बताया कि इस गिरोह से कथित रूप से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि शराब मिलाकर आइसक्रीम बेचना एक अपराध है और यह जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ करने के समान है। आइसक्रीम जैसे खाद्य पदार्थों में शराब मिलाकर बेचना न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह कानून का भी उल्लंघन है।
जून में सामने आया था एक चौंकाने वाला मामला
इस साल जून के महीने में मुंबई के मलाड इलाके में एक आइसक्रीम कोन में एक मानव उंगली मिलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया था। इस मामले की जांच के दौरान उंगली के इस हिस्से के बारे में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ था। ‘डीएनए’ परीक्षण से पता चला कि वह उंगली पुणे के इंदापुर में स्थित एक आइसक्रीम फैक्ट्री के कर्मचारी की थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिन के दौरान प्राप्त फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट में कहा गया कि उंगली के हिस्से और इंदापुर फैक्ट्री के कर्मचारी ओमकार पोटे के डीएनए का मिलान हो गया है।
पूरी घटना क्या थी?
दरअसल, मुंबई के एक डॉक्टर को आइसक्रीम कोन में एक मानव उंगली मिली थी। डॉक्टर ने इसका वीडियो बनाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। इसके बाद की गई जांच से पता चला कि उसी दिन फैक्ट्री में एक कर्मचारी घायल हो गया था जब आइसक्रीम की पैकिंग की जा रही थी। बाद में, आइसक्रीम में मिली उंगली और कर्मचारी के डीएनए का मिलान कराया गया। डीएनए परीक्षण से पता चला कि आइसक्रीम में मिली उंगली उसी कर्मचारी की थी।
26 वर्षीय मुंबई के डॉक्टर ऑर्लेम ब्रैंडन सेराओ को आइसक्रीम में एक उंगली मिली, जिसे उनकी बहन ने ऑनलाइन ऑर्डर किया था। डॉ. सेराओ ने बताया कि आइसक्रीम का आधा खाने के बाद मुझे अपने मुंह में एक ठोस टुकड़ा महसूस हुआ। मैंने सोचा कि यह कोई नट या चॉकलेट का टुकड़ा हो सकता है और इसे थूककर देखा कि यह क्या था। उन्होंने कहा, “मैं एक डॉक्टर हूं, इसलिए मुझे पता है कि शरीर के अंग कैसे दिखते हैं। जब मैंने इसे ध्यान से देखा, तो उसके नीचे नाखून और उंगलियों के निशान दिखाई दिए। यह एक अंगूठे जैसा दिख रहा था। मैं इस घटना से स्तब्ध हूं।”
आइसक्रीम में शराब मिलाने की प्रवृत्ति और उससे जुड़े खतरों का विश्लेषण
हाल के दिनों में आइसक्रीम जैसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में शराब मिलाने की प्रवृत्ति बढ़ी है। यह प्रवृत्ति विशेष रूप से युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रही है, जो नई और अलग-अलग तरह की खाद्य और पेय पदार्थों का आनंद लेना चाहते हैं। हालांकि, इस तरह की प्रवृत्ति से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
शराब मिलाने से आइसक्रीम का स्वाद और गुण बदल जाते हैं, जो कि एक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। विशेष रूप से छोटे बच्चों और किशोरों के लिए, जो अक्सर आइसक्रीम खाते हैं, यह प्रवृत्ति बेहद खतरनाक हो सकती है। शराब मिलाकर बेची जाने वाली आइसक्रीम का सेवन अनजाने में उन्हें शराब के सेवन की ओर प्रेरित कर सकता है, जो कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए नुकसानदायक है।
शराब मिलाकर आइसक्रीम बेचने का कानूनी पहलू
भारत में शराब मिलाकर खाद्य पदार्थ बेचना एक गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाती है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए दो व्यक्तियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, इस तरह के मामलों को रोकने के लिए अधिक जागरूकता और कड़ी निगरानी की आवश्यकता है।
आइसक्रीम फैक्ट्री में सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों की कमी
मुंबई में मानव उंगली मिलने की घटना ने आइसक्रीम फैक्ट्री में सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों की कमी को उजागर किया है। यह घटना इस बात का संकेत है कि खाद्य उद्योग में कर्मचारियों की सुरक्षा और उत्पादन प्रक्रियाओं में लापरवाही बरती जा रही है। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त मानकों और निगरानी की आवश्यकता है।
उपभोक्ताओं की जागरूकता
इस तरह की घटनाओं से उपभोक्ताओं को भी सतर्क रहना चाहिए। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना और संदिग्ध खाद्य पदार्थों की जानकारी संबंधित अधिकारियों को देना महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
हैदराबाद में शराब मिलाकर आइसक्रीम बेचने वाले गिरोह का पकड़ा जाना और मुंबई में आइसक्रीम में मानव उंगली मिलने की घटना ने खाद्य सुरक्षा और मानकों की कमी को उजागर किया है। ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई और जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। उपभोक्ताओं को भी सतर्क रहना चाहिए और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए।